"कैसा होगा सुस्त जीवन जब हम केवल काले और सफेद में चीजों को देखते हैं। इस खूबसूरत दुनिया को बनाए रखने के लिए बीच के रंगों की जरूरत है। "

"कैसा होगा सुस्त जीवन जब हम केवल काले और सफेद में चीजों को देखते हैं। इस खूबसूरत दुनिया को बनाए रखने के लिए बीच के रंगों की जरूरत है। "



आपको लगता है कि मैं और अधिक खुश और प्रभावित हूँ दुनिया को अपने रंग-विरंगे नजरिये से देखने से बजाय काले और सफेद श्रेणियों के माध्यम से जीवन को देखकर। मुझे विश्वास नहीं है कि केवल दो ध्रुवों के बीच ही जीवन है। इनके बीच में स्लाइड्स की बहुत संख्या है। बस एक उदाहरण लें निर्णय लेने का। आप हाँ, नहीं या अनिर्णीता तय कर सकते हैं। लेकिन आप क्या चुनते हैं वही प्रारंभिक निर्णय तय करेगा की आपका परिणाम क्या होगा। मुझे नहीं लगता है कि हम पूरी तरह से संगठित बक्से में हमारे जीवन जीने के लिए बने हैं। मुझे विश्वास है कि खुश रहनेके लिए हर एक पल को ख़ुशी के साथ जीना चाहिए। मुझे कभी नहीं लगा कि मेरा जीवन कोई चरणों में होगा और मुझे कोई डर होगा कि उसकी कोई आखिरी तारीख होगी। मुझे लगता है हमको चीजों को सच्चाई के साथ देखने का तरीका अपनाना चाहिए।

एक दुर्घटना के दो गवाहों से पूछो तो उनकी कहानियों अलग-अलग होंगी जो की उनकी अपनी धारणा या जागरूकता के अपने स्तर के आधार पर अलग हो सकती है। क्या एक व्यक्ति को अधिक सटीक पता है तो दुसरे की तुलना हम कहाँ करें? मुझे लगता है यह निर्भर करता है कि मैं जीवन की परिस्थितियों को देखने के लिए खुला रहा हूँ या नहीं। मैं इसे कम तनाव चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना कर पता हूँ या नहीं। यह हमेशा इतना आसान या स्पष्ट नहीं है। आप इसे जितना करते हैं, यह उतना ही सरल हो जाता है। हम सब उन लम्हों के साथ जीते हैं जो हमारे लिए चुनौती है और हमारी सकारात्मक भावना या काल्पनिक आशावाद पर छाया डालती हैं। लेकिन हमें हमेशा ये याद रखना चाहिए कि सूरज कभी बहुत लम्बे समय के लिए काले बादल के पीछे छिपा नहीं रहता है। यह फिर अपने पूरे तेज के साथ और उज्ज्वल होकर चमकता है।

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